"युवानसभा" एक बहुआयामी साहित्यिक और मीडिया मंच है, जो मुख्य रूप से "युवा वाणी नागरी सभा" नामक साहित्यिक संस्था से जुड़ा हुआ है। इसका उद्देश्य हिंदी साहित्य, संस्कृति और सामाजिक मूल्यों को बढ़ावा देना है, जिसके लिए यह विभिन्न परियोजनाओं का संचालन करता है।
युवान अंतर्राष्ट्रीय (पूर्व में युवान मासिक पत्रिका)।
इसका प्रकाशन "युवानसभा" द्वारा किया जाता है।
पत्रिका में मुख्य रूप से सामाजिक मूल्यों (Social Values) पर केंद्रित कविताएँ और कहानियाँ प्रकाशित होती हैं। यह समसामयिक सामाजिक मुद्दों पर विशेष अंक भी जारी करती है, जैसे - 'बच्चों के प्रति दुर्व्यवहार की रोकथाम', 'विश्व पर्यावरण दिवस' और 'नारी सशक्तिकरण'।
सहभागिता: पत्रिका से भारत के विभिन्न राज्यों के लेखक और लेखिकाएँ जुड़े हुए हैं, जो इसे एक व्यापक और समावेशी साहित्यिक मंच प्रदान करता है।
संपादक: इसके संपादकों में आशीष राजपूत और विशाल तिवारी जैसे नाम शामिल हैं।
YuvaanSabha (युवानसभा पॉडकास्ट)।
यह मंच साहित्यिक चर्चाओं, रचनाओं के पाठ और महत्वपूर्ण विषयों पर संवाद के लिए एक श्रव्य माध्यम प्रदान करता है।
संचालक: आशीष राजपूत (संचालक) द्वारा इसका संचालन किया जाता है।
युवानसभा की वेबसाइट "युवा वाणी नागरी सभा" के लिए एक ऑनलाइन केंद्र (Online Hub) के रूप में कार्य करती है।
यह सभी परियोजनाओं - पत्रिका, पॉडकास्ट और संस्था से जुड़ी अन्य गतिविधियों के बारे में जानकारी, घोषणाएँ और सामग्री तक पहुँच प्रदान करती है, जिससे संस्था की पहुँच आधुनिक डिजिटल माध्यमों तक सुनिश्चित होती है।
"युवानसभा" अपने प्रकाशनों और पॉडकास्ट के माध्यम से युवा वाणी नागरी सभा के साहित्यिक और सामाजिक सरोकारों को एक व्यापक मंच देती है। यह हिंदीभाषी पाठकों और श्रोताओं के बीच साहित्य, संस्कृति और सामाजिक जागरूकता का प्रसार करने का एक सक्रिय प्रयास है।